क्या आपकी रीढ़ की हड्डी (spine) में दर्द रहता है? उठने-बैठने या झुकने में तकलीफ होती है? तो परेशान मत हों। कुछ आसान घरेलू और आयुर्वेदिक उपायों से आप इस दर्द से राहत पा सकते हैं। आइए जानते हैं रीढ़ की हड्डी में दर्द का रामबाण इलाज।
रीढ़ की हड्डी में दर्द के कारण
- ज्यादा देर तक गलत पोस्चर में बैठना
- भारी सामान उठाना
- उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों की कमजोरी
- स्लिप डिस्क या नस में खिंचाव
- कैल्शियम और विटामिन D की कमी
रीढ़ की हड्डी में दर्द का रामबाण इलाज

1. आयुर्वेदिक तेल से मालिश करें
आयुर्वेदिक तेल से की गई नियमित मालिश नसों की जकड़न को कम करती है और सूजन में राहत देती है। यह रीढ़ की हड्डी के आसपास की मांसपेशियों को आराम देता है और खून के संचार को बेहतर बनाकर दर्द को धीमे-धीमे दूर करता है। महानारायण तेल, विशगर्भ तेल या दर्द निवारक हर्बल तेल इसके लिए विशेष रूप से लाभकारी माने जाते हैं।
2. गर्म पानी से सेंक करें
गर्म सेंक रीढ़ की हड्डी की सूजन को शांत करने में मदद करता है और पीठ की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है। यह घरेलू तरीका लंबे समय तक बैठे रहने या झटका लगने से हुई अकड़न को खोलने में बेहद प्रभावी है। यह तरीका विशेष रूप से उन लोगों के लिए अच्छा है जिन्हें मसल टाइटनेस या लोअर बैक पेन की शिकायत होती है।
3. हल्दी वाला दूध पिएं

हल्दी एक प्राकृतिक दर्द निवारक और सूजन कम करने वाली औषधि है। जब इसे गर्म दूध के साथ मिलाकर पिया जाए, तो यह शरीर के अंदर की सूजन को कम करता है और हड्डियों की मरम्मत में सहायता करता है। यह उपाय नींद को बेहतर बनाता है, जिससे शरीर को आराम और हीलिंग का समय मिलता है।
4. आसान योगासन करें

योग न सिर्फ रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है, बल्कि उसमें लचीलापन भी लाता है। नियमित रूप से कुछ आसान योगासनों का अभ्यास करने से पीठ की मांसपेशियों का तनाव घटता है और दर्द कम होता है। योग शरीर को संतुलन, ऊर्जा और मानसिक शांति भी प्रदान करता है जो रिकवरी को तेजी से बढ़ाता है।
5. कैल्शियम और विटामिन D लें
कैल्शियम और विटामिन D हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक पोषक तत्व हैं। इनकी पर्याप्त मात्रा शरीर में होने पर रीढ़ की हड्डी सहित अन्य हड्डियां भी मजबूत रहती हैं और जल्दी थकान या दर्द महसूस नहीं होता। सही पोषण हड्डियों को लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखता है।
6. भारी काम से बचें
रीढ़ की हड्डी में दर्द होने पर झुकना, वजन उठाना या ज्यादा देर तक बैठना जैसी गतिविधियाँ समस्या को और बढ़ा सकती हैं। इसलिए जब तक दर्द पूरी तरह से ठीक न हो जाए, शरीर को आराम देना और सही पोस्चर बनाए रखना बहुत जरूरी होता है। यह रीढ़ पर पड़ने वाले अनावश्यक दबाव को कम करता है।
If you have any queries related to medical health, consult Subhash Goyal or his team members on this given no +91 99150 72372, +91 99150 99575